तकनीकी करों को लेकर व्यापार युद्ध में अमेरिका और यूरोपीय संघ आमने-सामने
यदि ब्रुसेल्स अमेरिकी टेक दिग्गजों पर अपने कर नियमों को जारी रखता है, तो अमेरिका ने प्रमुख यूरोपीय कंपनियों पर जवाबी टैरिफ लगाने की धमकी दी है। यह विवाद गूगल, एप्पल, मेटा, एक्स और अमेज़न जैसी कंपनियों से जुड़ी यूरोपीय संघ की नीतियों को लेकर है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, अमेरिका ने इन कदमों का मुकाबला करने के लिए सभी उपलब्ध साधनों का इस्तेमाल करने की इच्छा जताई है, जिसमें टैरिफ और विदेशी सेवाओं पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल हो सकता है। वाशिंगटन यूरोपीय उपायों को “अनुचित” और “भेदभावपूर्ण” मानता है, जिसके चलते सिमेन्स, स्पॉटिफ़ाई, डीएचएल और एसएपी जैसी यूरोपीय कंपनियां जोखिम में आ सकती हैं।
यह टकराव तब और तेज़ हो गया जब यूरोपीय आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर 120 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया। फ्रांस के विदेश मंत्री जां-नोएल बारो ने इसे “सिर्फ़ शुरुआत” बताते हुए यूरोपीय आयोग के “कड़े कदमों” की सराहना की। यह बढ़ता तनाव डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के नियमन और कर नीतियों को लेकर अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच गहराते मतभेदों को उजागर करता है।